An Unbiased View of shiv chalisa in hindi
An Unbiased View of shiv chalisa in hindi
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वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥
पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
बृहस्पतिदेव की कथा
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥
जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके shiv chalisa in hindi रहे कलेशा॥
जय जय तुलसी भगवती सत्यवती सुखदानी। नमो नमो हरि प्रेयसी श्री वृन्दा गुन खानी॥